महंगाई बढ़ी लेकिन मुद्रास्फीति में 1 साल में आई दोगुने की कमी
उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (CFPI) मार्च में फरवरी के नकारात्मक 0.73 फीसदी के मुकाबले बढ़कर 0.3 फीसदी हो गया.
सालाना आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मार्च में (2.86 फीसदी) पिछले साल के मुकाबले कम है. (Twitter)
सालाना आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मार्च में (2.86 फीसदी) पिछले साल के मुकाबले कम है. (Twitter)
अनाज की कीमतें ऊंची होने के कारण इस साल खुदरा महंगाई दर फरवरी के 2.57 फीसदी से बढ़कर मार्च में 2.86 फीसदी हो गई. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार, उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (CFPI) मार्च में फरवरी के नकारात्मक 0.73 फीसदी के मुकाबले बढ़कर 0.3 फीसदी हो गया. हालांकि सालाना आधार पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मार्च में (2.86 फीसदी) पिछले साल के मुकाबले कम है. पिछले साल मार्च में खुदरा महंगाई दर 4.81 फीसदी थी.
उधर, भारत के फैक्टरी उत्पादन की दर इस साल फरवरी में घटकर 0.1 फीसदी रही. हालांकि पिछले साल के मुकाबले यह 0.1 फीसदी ज्यादा है. पिछले साल फरवरी में फैक्टरी उत्पादन की दर 6.9 फीसदी थी.
ये आधिकारिक आंकड़े शुक्रवार को जारी किए गए. हालांकि मासिक आधार पर जनवरी 2019 के मुकाबले औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में फरवरी में 1.43 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "वित्त वर्ष 2018-19 के अप्रैल से लेकर फरवरी तक की संचयी वृद्धि दर पिछले साल के मुकाबले चार फीसदी रही." पिछले वित्त वर्ष के शुरुआती 11 महीनों में यह 4.3 फीसदी थी.
TRENDING NOW
जी बिजनेस लाइव स्ट्रीमिंग के लिए यहां क्लिक करें:
आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन की दर फरवरी में नकारात्मक 0.3 फीसदी रही. पिछले साल समान अवधि के दौरान इसमें 8.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी.
09:47 AM IST